फूलों सा बचपन मिला , निश्चल उमंगें मिली और ..........ज़िन्दगी चलती रही ,
वक़्त से चुनौतिया मिली ,विश्वास को दरार मिली , भाव को घाव मिले और ......ज़िन्दगी चलती रही ,
स्नेह का सेतु मिला , यकीन को आसमा मिला , सपनो को ज़मीन और ..........ज़िन्दगी चलत i रही ,
आंसू को सीप मिली , दर्द को तस्कीन मिली , खावाहिशो को खुमार मिला और ...ज़िन्दगी चलती रही ....
zindgi ko chalna hai ..waqt se bandhi hai zindgi ... aur zindgi chalti rahi .. rahegi .. kisi ke liye nahi rukti...
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